बहराइच। जिले के 15 बेसिक कंपोजिट विद्यालयों को केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यह स्कूल हर तरह के आधुनिक उपकरणों व विशेषज्ञ शिक्षकों से लैस होंगे। इन विद्यालयों को आदर्श अभ्युदय के नाम से जाना जाएगा। शुरुआती दौर में हर ब्लॉक से एक-एक कंपोजिट स्कूल का चयन कर रिपोर्ट शासन को भेजना है।
प्रदेश के आठ अति पिछड़े जिले में बहराइच शामिल है। नीति आयोग से लेकर योगी सरकार शिक्षा को बेहतर करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। हर ब्लॉक के एक-एक कंपोजिट स्कूलों को अपग्रेड करने का फैसला किया है। यह विद्यालय दो तरह से संचालित होंगे। इनमें अभ्युदय कंपोजिट स्कूल होगा। जिसमें कक्षा एक से आठ तक की कक्षाएं संचालित होंगी। इसमें शौचालययुक्त स्टाफ रूम, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष, विज्ञान प्रयोगशाला, स्मार्ट क्लास रूम होंगे। भविष्य में द्विमंजिला इमारत के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। सांस्कृतिक व खेलकूद गतिविधियों के लिए एक स्थाई स्टेज के साथ झंडा रोहण व बच्चों के लिए परेड ग्राउंड की भी सुविधा होगी। ओपेन जिम व झूले लगाए जाएंगे। सोलर पैनल से स्कूल उर्जाकृत रहेगा।
कक्षा एक से 12 तक के मॉडल कंपोजिट स्कूल में कला, विज्ञान, व गणित विषयों की पढाई होगी। आधुनिक तकनीकि के आधार पर स्मार्ट क्लास तैयार किए जाएंगे। रसायन, भौतिकी, जीव विज्ञान व गणित के अलग-अलग लैबोरेटरी भी होंगी। महानिदेशक ने सात दिनों के अंदर विद्यालयों का चयन कर रिपोर्ट बीएसए को भेजने के निर्देश दिए हैं।
यह विद्यालय 16 हजार वर्गमीटर में बनेगा। 800 छात्रों के छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। पक्का डाइनिंग हाल, किचन, मल्टीपल हैंडवाशिंग यूनिट और डिशवाश यूनिट की सुविधा होगी। विद्यालय भवन भूकंपरोधी तकनीक से युक्त होगा।
यह विद्यालय 16 हजार वर्गमीटर में बनेगा। 800 छात्रों के छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। पक्का डाइनिंग हाल, किचन, मल्टीपल हैंडवाशिंग यूनिट और डिशवाश यूनिट की सुविधा होगी। विद्यालय भवन भूकंपरोधी तकनीक से युक्त होगा।