बहराइच। 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के बाद संकट की इस घड़ी में देश को वो तबका जरुर परेशान है जो अपना पेट पालने के लिए महज 100-200 रूपये कमा सकता था। हांलाकि केन्द्र सरकार ने अगले तीन महीने तक इनका पूरा ख़याल रखेगी लेकिन समाज के कुछ भले लोगों ने भी इनका पेट भरने की जिम्मेदारी ली है।
देशव्यापी लॉकडाउन के 9वें दिन कस्बों से लेकर गलियों के सन्नाटों के बीच मिहींपुरवा के ठाकुर उत्कर्ष प्रताप सिंह अपने साथियों के साथ असहाय व जरूरतमंदों के बीच जाकर उनकी ख़ुशी का हिस्सा बने। सुबह से ही बाइक पर घूमते हुए गरीबों की झुग्गियों में जाकर उत्कर्ष प्रताप ने उन्हें खाद्य सामग्री वितरित की। ऐसी परिस्थिति जहां पूरा देश कोरोना वायरस जैसी भयंकर बीमारी से लड़ रहा है तब उत्कर्ष की मदद ने गरीबों के चेहरे पर चमक ला दी। उत्कर्ष ने मिहींपुरवा की तमाम गलियों में घूमकर जरूरतमंदों को लंच पैकेट बांटे व लोगों को इस महामारी से बचने के लिए जागरूक किया। उत्कर्ष ने बताया कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए घर में रहने के साथ सतर्कता व सावधानी भी जरूरी है। उत्कर्ष ने क्षेत्र में किसी को भी लॉकडाउन के नियमों का उलंघन न करने की अपील की।