अंग्रेजी गाना, चमकते-धमकते कपडे, भव्य स्टेज और डांस करते बच्चे….अमूमन इसी तरह के एनुअल फंक्शन महंगे पब्लिक स्कूलों में देखने को मिलते हैं, लेकिन यदि ऐसा ही नजारा किसी गाँव में स्थित प्राथमिक स्कूल में देखने को मिल जाये तो आप बेशक रोमांचित हो उठेंगे।
जी हां ऐसा ही अदभुत नज़ारा देखने को मिला मेरठ जिले के भावनपुर क्षेत्र स्थित राली चौहान प्राथमिक स्कूल में। स्कूल के वार्षिकोत्सव के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम को उड़ान नाम दिया गया। कार्यक्रम में बतौर अतिथि मौजूद रहे एडी एडी बेसिक इन ऐतिहासिक और शानदार लम्हों के गवाह रहे। यहीं नहीं वे इस कदर रोमांचित हुए कि बच्चों की एक प्रस्तुति के दौरान खुद स्टेज पर जा पहुँचे और बच्चों के साथ थिरकने से खुद की रोक नहीं सके।
104 बच्चों की संख्या वाले इस स्कूल में करीब 68 बच्चों ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन प्रस्तुति दी। बच्चो ने अलग अलग कई तरह की प्रस्तुति दी। इसके लिए कुल 70 ड्रेस किराये पर मंगाई गई थी। इसके अलावा बड़ा साउंड सिस्टम भी लगाया गया। साथ स्टेज को भी कालीन और गुब्बारो से सजाया गया था।
सजधज कर पहुंचे बच्चों के माता पिता
अपने बच्चों को स्कूल में परफॉर्म करते देखना हर अभिभावक का सपना होता है। और यदि ऐसा पहली बार हो रहा हो तो हर माता पिता इसे देखने के लिए बेसब्र हो जाएंगे। हुआ भी ऐसा ही, बच्चों के माता पिता बाकयदा सजधज कर अपने बच्चों को स्टेज पर परफॉर्म करते देखते पहुँचे। सबने बच्चों की हर प्रस्तुति पर जमकर तालियां बजाई। पूरा माहौल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था।
कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर योगी भी होंगे खुश
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अभी पिछले दिनों ने ही आदेश जारी किया था कि पब्लिक स्कूलों की तरह प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में भी धूमधाम से वार्षिकोत्सव मनाएं जाएं। इसका आगाज राली चौहान प्राथमिक स्कूल ने कर दिखाया। आयोजन के बाद से कई प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के बीच ये चर्चा भी है कि ऐसा शानदार आयोजन इससे पहले शायद ही किसी प्राथमिक स्कूल में हुआ होगा।
कार्यक्रम देख खुशी से गदगद हुए राली चौहान स्कूल के प्रचार्य दीपक तिवारी ने मंच पर पहुँच गए। प्रचार्य ने इस आयोजन को सफल बनाने बनाने वाले स्कूल के दोनों शिक्षकों सहायक अध्यापिका चंचल शर्मा और प्रेमपाल सिंह की खुले मन से तरीफ की। इसके बाद मुख्य अतिथि एडी बीएसए से दोनों इन शिक्षकों को सम्मानित भी कराया। प्रचार्य ने कहा कि इस आयोजन को कराने में आने वाले पूरा खर्च भी इन्हीं दोनों शिक्षकों ने वहन किया है। जिसके लिए चंचल शर्मा और प्रेमपाल सिंह बधाई के पात्र हैं।