बहराइच। खेत की रखवाली कर रहे बच्चे तेंदुए ने गुरुवार शाम हमला कर दिया। उसने शोर मचाते हुए तेंदुए से करीबन 10 मिनट तक संघर्ष किया। शोर सुनकर पड़ोस के खेतों में मौजूद लोग दौड़े तब बच्चे की जान बच सकी।
कतर्नियाघाट रेंज के सदर बीट में स्थित ग्राम पंचायत चहलवा का कैलाश नगर ढकिया गांव जंगल से सटा हुआ है। गांव निवासी 16 वर्षीय सूरज कुमार पुत्र मंगलू गुरुवार शाम करीब 4 बजे अपने गेहूं के खेत की निगरानी मवेशियों से कर रहा था। इसी दौरान जंगल से निकलकर दबे पांव आए तेंदुए ने गेहूं के खेत की रखवाली कर रहे सूरज पर हमला कर दिया। तेंदुए के हमला करते ही बालक सूरज हिम्मत दिखाते हुए तेंदुए से भिड़ गया। सूरज ने झपट्टा मारते समय तेंदुए को दो बार धकेला।
तीसरी बार तेंदुआ बालक पर झपटने की कोशिश में था तभी पड़ोस के खेत में मौजूद गांव निवासी कल्लू और राकेश तेंदुए की ओर दौड़ पड़े। शोर सुनकर तेंदुआ बालक को छोड़ कर जंगल की ओर भाग गया। तेंदुए के हमले में बालक के सिर, मुंह और पीठ में गहरा जख्म हुआ है।
घटना की खबर गांव में फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने घटना की सूचना वन विभाग को दी। मौके पर पहुचे वन दरोगा अनंदलाल, वाचर विनोद सिंह व मनीलाल ने सूरज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुजौली भेजा। जहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोतीपुर के लिए रेफर कर दिया गया है।
ग्रामीणों ने वनकर्मियों से कहा कि पिछले वर्ष से तेंदुए के हमले की यह 13वीं घटना है। तेंदुआ अब दिनदहाड़े गांव में घुसकर लोगों पर हमला कर रहा है। लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे। ग्रामीणों ने पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।
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