बहराइच। रूल ऑफ लॉ सोसाइटी के तत्वाधान में मंगलवार कों कलेक्ट्रेट परिसर के डॉ राजेंद्र प्रसाद सभागार में स्वामी विवेकानन्द जी (युवा दिवस) की जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता व एलडीबी बैंक चेयरमैन राधेश्याम त्रिपाठी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सोसाइटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मैथिलीशरण ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द महान विचारक एवं प्रखरवक्ता थे।
उन्होंने अपने अल्प जीवनकाल में युवाओं के लिए अनुकर्णीय आदर्श स्थापित किये हैं। स्वामी जी के आदर्शों को आत्मसात कर युवा पीढ़ी अपना भविष्य निखार सकती है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ राधेश्याम श्रीवास्तव एडवोकेट ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द की माता परिजनों ने श्रीमती उनका नाम नरेन्द्र रखा था, परन्तु बाद में अपने ओझ, तेज व व्यक्तित्व एवं कृतित्व से नरेन्द्र नामक युवा स्वामी विवेकानन्द बन गया और उन्होंने अपने 39 वर्षीय आयु में अपने देश के लिए जो कारनामा कर दिखाया, वह पूरे विश्व पटल पर सराहा गया। रूल ऑफ लॉ सोसायटी के अवध क्षेत्र संयोजक संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का आदर्श युवा पीढ़ी के लिए वरदान की तरह है। यदि युवा उसका अनुकरण कर सकें तो उनका भविष्य संवर सकता है। इस कार्यक्रम को आलोक शुक्ला, रामचन्द्र पाठक, कुलदीप सिन्हा, शम्भु दयाल वाजपेई, राकेश त्रिपाठी आदि ने भी सम्बोधित किया। इनके अतिरिक्त कार्यक्रम में योगेश कुमार त्रिपाठी, अरूण कुमार मिश्र, उमेश कुमार पाण्डेय, सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, सर्वजीत सिंह वालिया, रामेन्द्र कुमार मिश्र, आदि उपस्थित रहे।
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